इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक तरीके

इम्यूनिटी को बूस्ट करने के लिए अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक तरीके

सेहतराग टीम

कोरोना वायरस का संक्रमण कम होता नहीं दिख रहा है। इसी वजह से हिन्दुस्तान में लगातार लॉकडाउन बढ़ता चला जा रहा है। फिलहाल लॉकडाउन के तीसरे फेज की शुरुआत हो चुकी है और यह 17 मई तक चलेगा। अनुमान यह लगाया जा रहा है कि आगे भी इसे बढ़ाया जा सकता है। खैर यह बढ़ेगा की नहीं यह सरकार फैसला करेगी, लेकिन उसके पहले स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी करके लोगों से घरों में ही रहने की सलाह दी है। इसके साथ ही एडवाइजरी में इम्यून सिस्टम को भी स्ट्रॉन्ग रखने के लिए कहा गया है। ऐसे में सभी लोग अपनी सेहत पर विशेष ध्यान दे रहे हैं। खासकर इम्यून सिस्टम को लेकर लोग अधिक सजग हैं। 

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जैसा की आप सभी जानते हैं कि विटामिन-सी युक्त फल और सब्ज़ियों के खाने और इनके जूस पीने से इम्यून सिस्टम बेहतर होता है। हालांकि, राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान ने एक रिपोर्ट में कहा है कि अगर अधिक मात्रा में विटामिन-सी युक्त फल और सब्जियों का सेवन करते हैं तो इससे शरीर के तापमान में गिरावट आ सकती है। ऐसे में अगर आप भी विटामिन-सी के नए स्त्रोत को ढूंढ रहे हैं तो इन 5 आयुर्वेदिक औषधि को अपनाकर अपने इम्यून सिस्टम को बेहतर कर सकते हैं। आइए जानते हैं कैसे। 

धनिया पानी

धनिया सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। प्राचीन समय से ही भारतीय व्यंजनों में धनिया का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे गुण पाए जाते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर और पाचन क्रिया को नियंत्रित करते हैं। यह न केवल इम्यूनिटी को बढ़ाता है, बल्कि हृदय रोग और संक्रमण से भी बचाता है।

त्रिफला जूस

त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है। इसमें अमलकी, बिभीतक और हरितकी पाए जाते हैं जिनसे दवा बनाई जाती है। इसके साथ ही इसमें फिनोल, टैनिन, गैलिक एसिड, टेरपेन और फ्लेवोनोइड जैसे यौगिक भी पाए जाते हैं, जो इम्यून के लिए बहुत लाभकारी होते हैं।  त्रिफला में एंटी इंफ्लामेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट के गुण भी पाए जाते हैं जो इंफ्लामेटरी संबंधित रोगों को दूर करने में बहुत ही कारगर साबित होता है। अगर आप रोज़ाना सुबह त्रिफला जूस का सेवन करते हैं तो आपका इम्यून सिस्टम मज़बूत होगा। यह शुगर, असमय बालों के गिरने और पेट की चर्बी को कम करने में भी बहुत लाभकारी होता है। 

तुलसी की चाय 

तुलसी को भारत में प्रमुख आयुर्वेदिक औषधि माना जाता है। विषेशज्ञों का कहना है कि इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी-डायबेटिक, एंटी-अर्थराइटिस, इम्यूनोमॉड्यूलेटरी के गुण पाए जाते हैं। इसके सेवन से ग्लूकोज़ मेटाबॉलिज़्म बेहतर होता है जबकि जोड़ो की सूजन भी कम करता है। यह मानसिक तनाव को दूर करता है। इसके लिए आप तुलसी की चाय का सेवन कर सकते हैं। 

मेथी दाना

ज़्यादातर लोग मेथी दाने का उपयोग सब्ज़ी में करते हैं। यह न सिर्फ सेहत के लिए वरदान है बल्कि इसमें एंटी-इंफ्लामेटरी गुण भी पाए जाते हैं। इसके सेवन से आप अपना इम्यून सिस्टम बेहतर कर सकते हैं। अगर आप स्वस्थ रहना चाहते हैं तो रोज़ाना सुबह खाली पेट मेथी का पानी पीएं। इसके लिए एक गिलास पानी में 2 चम्मच मेथी डाल दें और अगली सुबह मेथी को अलग कर पानी पी जाएं।  

अदरक जूस 

आयुर्वेद में अदरक का बहुत इस्तेमाल किया जाता है। यह एक ऐसा मसाला है जो आपको हर घर के किचन में आसानी से मिल जाएगा। इसका न केवल स्वाद अच्छा होता है बल्कि इसमें कई आयुर्वेदिक गुण भी पाए जाते हैं जो बीमारियों से लड़ने में हमारी मदद करते हैं। इसमें पाए जाने वाला जिंजेरोल प्रमुख कंपाउड है। अगर आप गले की ख़राश, सर्दी और ज़ुकाम से निजात पाना चाहते हैं तो आपको अदरक की चाय ज़रूर पीनी चाहिए। इससे इम्यून सिस्टम बेहतर होता है। एक स्टडी से पता चला है कि अगर वर्क आउट के बाद अदरक की चाय का सेवन करते हैं तो यह मांसपेशियों के दर्द में काफी आराम मिलता है।

 

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